Aaj Ka Panchang, 24 July 2024 : आज सावन गणेश चतुर्थी व्रत, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
Aaj Ka Panchang 24 July 2024
आज का पंचांग 24 जुलाई 2024: सावन का पहला चौथ या चतुर्थी व्रत आज है. आज श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि, शतभिषा नक्षत्र, सौभाग्य योग, विष्टि करण, उत्तर का दिशाशूल, बुधवार दिन और कुंभ राशि का चंद्रमा है. सावन के पहले चतुर्थी को गजानन संकष्टी चतुर्थी कहते हैं. गजानन संकष्टी चतुर्थी के दिन सौभाग्य और शोभन योग बना है. इस दिन भद्रा और पंचक साथ में है. पंचक पूरे दिन रहेगा. हालांकि सोमवार से शुरू हुआ राजपंचक अशुभ नहीं है, ऐसे में आप अपने सभी काम कर सकते हैं. लेकिन सुबह में भद्रा के कारण शुभ कार्य नहीं होंगे. इस भद्रा का वास धरती पर है. हालांकि भद्रा में संकष्टी चतुर्थी की पूजा बाधित नहीं होगी.
संकष्टी चतुर्थी को सुबह में व्रत करने वाले लोग गणेश जी की पूजा विधि विधान से करें. वैसे भी बुधवार का दिन गणेश पूजा का होता है. गणेश जी को मोदक, दूर्वा और सिंदूर पूजन के समय जरूर अर्पित करें. इससे वे प्रसन्न होंगे और आपकी मनोकामना पूरी करेंगे. गणेश जी का आशीर्वाद पाने के लिए ओम गं गणपतये नम: मंत्र का जाप करें. इसमें गणेश जी का बीज मंत्र गं भी शामिल है. यह गणेश जी का मनोकामना पूर्ति मंत्र है. बुधवार को व्रत रखकर गणेश पूजा करने से बुध दोष दूर हो सकता है. बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए बुध के बीज मंत्र का जाप करें. गाय को हरा चारा खिलाएं. वैदिक पंचांग से जानते हैं चतुर्थी का शुभ मुहूर्त, अशुभ समय, सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त, राहुकाल, दिशाशूल आदि.
आज का पंचांग, 24 जुलाई 2024
आज की तिथि- तृतीया – 07:30 ए एम तक, उसके बाद चतुर्थी है
आज का नक्षत्र- शतभिषा – 06:14 पी एम तक, फिर पूर्व भाद्रपद
आज का करण- विष्टि – 07:30 ए एम तक, बव – 06:04 पी एम तक, बालव – 04:39 ए एम, 25 जुलाई तक
आज का योग- सौभाग्य – 11:11 ए एम तक, फिर शोभन होगा
आज का पक्ष- कृष्ण
आज का दिन- बुधवार
चंद्र राशि- कुम्भ
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 05:38 ए एम
सूर्यास्त- 07:17 पी एम
चन्द्रोदय- 09:38 पी एम
चन्द्रास्त- 08:31 ए एम
ब्रह्म मुहूर्त- 04:15 ए एम से 04:57 ए एम
अभिजीत मुहूर्त- कोई नहीं
अशुभ समय
राहुकाल- 12:27 पी एम से 02:10 पी एम
गुलिक काल- 10:45 ए एम से 12:27 पी एम
भद्रा: 05:38 ए एम से 07:30 ए एम
भद्रा का वास: पृथ्वी पर
पंचक: पूरे दिन
दिशाशूल- उत्तर
रुद्राभिषेक के लिए शिववास
क्रीड़ा में – 07:30 ए एम तक, फिर कैलाश पर – 04:39 ए एम, 25 जुलाई तक, उसके बाद नन्दी पर.